नदी में जहर डालकर मछली मारने के खिलाफ लोगों ने किया प्रदर्शन
संवाद सूत्र.,ताराबाड़ी(अररिया): जिले की प्रमुख नदी परमान के जलीय जीव सहित संरक्षित प्राणी डॉल्फिन के उपर बंगाल से आये मछुओं की गतिविधि से खतरा मंडराने लगा है। इन मछुआरों द्वारा कुछ स्थानीय जनप्रतिनिधियों के सहयोग से परमान नदी की घेराबंदी कर तथा पानी में जहर देकर बड़ी मात्रा में मछली मार कर धंधा कर रहे हैं। मछ़ुआरों के क्रिया कलाप के खिलाफ स्थानीय लोगों ने शनिवार संध्या एकजुट होकर प्रदर्शन करते हुए इस धंधे में संलिप्त लोगों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की । इस बाबत अररिया प्रखंड के बटुरबाड़ी पंचायत के पूर्व मुखिया शोएब आलम, किस्मत-खवासपुर पंचायत के पूर्व मुखिया मुमताज अंसारी ने बताया कि परमान नदी इस क्षेत्र के लोगों के जीविका का प्रमुख साधन है। ऐसे में नदी में जहर डालकर मछली मारना जान-माल के लिए भी आफत बन चुकी है। पशुपालकों के लिए मवेशियों को इस पानी पीने से बचाना कठिन समस्या बन गई है। बताया जाता है कि परमान नदी के उत्तर दिशा फारबिसगंज प्रखंड के औसरी घाट तथा दक्षिण दिशा अररिया प्रखंड के महिषाकोल घाट के समीप लगभग तीस किलोमीटर दूरी को बंगाल से आए दर्जनों मछुआरों द्वारा खतरनाक जाल से दोनों तरफ घेराबंदी कर दी गई है तथा रोज नदी में जहरीले विष डालकर बड़ी मात्रा में मछली मार कर धंधा किया जा रहा है। इसके कारण परमान नदी में पलने वाले संरक्षित जीव सहित विभिन्न प्रजाति विष के प्रभाव से मर रहे हैं। पानी से मवेशियों को बचाना पशुपालकों के लिए आफत सी बन गई है। इधर अररिया प्रखंड के बटुरबाड़ी पंचायत के चरारनी गांव निवासी शंभू बहरदार, राजकुमार बहरदार, प्रकाश बहरदार, दिनेश बहरदार, विकास बहरदार, विजय बहरदार, अखिलेश बहरदार, विशेश्वर बहरदार, पिटू बहरदार, चंदन बहरदार, प्रदीप बहरदार, कलानंद बहदार, बिगानंद बहरदार, राजेश बहरदार, विशुन बहरदार आदि ने विरोध प्रदर्शन करते हुए बताया कि बंगाल के मछ़ुआरों के इस कारनामे से उनका रोजगार छीन रहा है। जिला प्रशासन जल्द दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करे तो सामूहिक तौर पर आंदोलन करने की चेतावनी दी है।
स्रोत-जागरण