अररिया के फारबिसगंज में नो-एंट्री के बावजूद बड़े वाहनों की आवाजाही जारी
फारबिसगंज नगर परिषद के उदासीन रवैये के कारण पूरा शहर अतिक्रमण और सड़क जाम की समस्या से जूझ रहा है। सबसे बुरी स्थिति सुभाष चौक, अस्पताल रोड, सदर रोड, पटेल चौक, छुआपट्टी रोड की है। जहां चंद मिनटों की दूरी तय करने में घंटों का समय लग जाता है।
नप प्रशासन द्वारा अस्थायी रूप से बने टैक्सी-टेप्पू स्टैंड के स्थानांतरण और अतिक्रमण हटाने की बात लगातार कही जाती है। परन्तु इस दिशा में नगर परिषद प्रशासन अब तक कोई कारगर कदम नहीं उठा पाया है। हालांकि कभी—कभी शहर में बड़े तामझाम से अतिक्रमण हटाने की लिये अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया भी जाता है तो कुछ ही घंटों में बिना किसी कारणवश बंद भी कर दिया जाता है। इस दौरान सिर्फ गरीबों के ही आशियाने को तोड़ा जाता है। ऐसा भी बीते दिनों हुआ जब तत्कालीन एसडीओ एवं डीएसपी की अगुवाई में सुभाष चौक से अतिक्रमण हटाओ अभियान की शुरुआत की गई थी, मगर बाजार समिति के मुख्य द्वार आते-आते उक्त अतिक्रमण हटाओ अभियान खुद सड़कों से हट गया। इसके बाद एतिहासिक महावीरी झंडा शोभा यात्रा और मुहर्रम के दौरान अतिक्रमण हटाने का प्रयास किया गया, मगर वो भी टांय-टांय फिस्स हो गया।आगामी दिनों में होने वाले महत्वपूर्ण पर्व धनतेरस, दीपावली और लोक आस्था का महापर्व छठ है। ऐसे में लोगों की भारी भीड़ शहर में खरीदारी के लिए बाजारों में उतरेगी। उस वक्त समस्या और विकराल रूप ले लेगी। वहीं शहर में नो—इंट्री लागू होने के बाद भी बड़े—बड़े वाहनों की बेरोकटोक आवाजाही जारी है। जिससे जाम की समस्या बनी रहती है। इस संबंध में नप की उपमुख्य पार्षद मोती खान ने कहा कि शहर में नप प्रशासन द्वारा बीच—बीच अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जाता रहा है। लेकिन दुकानदारों द्वारा अपने—अपने दुकानों के आगे स्वयं अतिक्रमण कर लिया जाता है, जिससे राहगीरों के समक्ष समस्या उत्पन्न होती है। नप प्रशासन जल्द ही शहर में पुन: अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाकर मुख्य सड़कों को अतिक्रमण से मुक्त करायेगा।
स्रोत-हिन्दुस्तान