अररिया में नशे के बढ़ते कारोबार के खिलाफ हंगामा
सूबे में शराबबंदी के बाबजूद जिला मुख्यालय सहित ग्रामीण इलाकों में बड़े पैमाने पर नशे का कारोबार पांव पसार रहा है। नशे का सौदागर पुलिस प्रशासन की नाक के नीचे युवाओं की रगों में नशा घोल रहा है। हालांकि नशे के कारोबारियों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई भी करती नजर आती है। लेकिन नशे के कारोबारियों पर इसका कोई असर पड़ता नहीं दिख रहा है।
शहर में नशे के बढ़ते कारोबार पर रोकथाम लगाने की मांग को लेकर बुधवार को दर्जनों लोग कोसी कालोनी स्थित एसपी आवास पहुंचे और नशे कारोबारियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की। एसपी आवास के पास पहुंचे लोग शहर के भगत टोला, मीर शिकार टोला, ककुड़वा बस्ती व आसपास के इलाकों में धड़ल्ले से बिक रही नशीली दवा कारोबारियों पर लगाम लगाने की मांग कर रहे थे। हालांकि एसपी आवास से बाहर नहीं निकली लेकिन जानकारी के बाद नगर थानेदार किंग कुंदन सदलबल पंहुच कर आवास के बाहर जमा लोगों को वहां से हटाया। इसके बाद ये लोग मुख्य मार्ग पर आकर जमकर विरोध जताया। विरोध कर रहे मो आशिक आलम, मो अब्दुल, मो शहवाज, मो सद्दाम, साबिर आलम, राजा, मो मोहतसिम आलम, महताब आलम आदि ने कहा कि ककुड़वा बस्ती, मीर शिकार टोला, भगत टोला आदि जगहों पर खुलेआम नशीली दवा बेची जाती है। इससे वहां रहने वाले परेशान हैं। कहने पर झूठे मुकदमा में फंसाने व मारपीट करने की धमकी दी जाती है। पुलिस ने लोगों को कार्रवाई का भरोसा देते हुए विरोध कर रहे लोगो को शांत कराते हुए वापस भेजा। गौरतलब है कि नशीली दवा व नशे की सुई लेने वाले पैसे के लिए चोरी, लूटपाट, मारपीट, आदि घटना को आये दिन अंजाम देते रहते हैं। इससे सिर्फ आमलोग ही नहीं बल्कि पुलिस को भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
स्रोत-हिन्दुस्तान