
अररिया में बिजली विभाग के खंभे से 15 किलोमीटर तार काट ले गए चोर, अंधेरे में डूबा इलाका – ARARIA THEFT
अररिया में 15 किलोमीटर लंबा बिजली का तार चोरी गया है. इस घटना से बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी को लाखों का चूना लगा है-
अररिया : बिहार के अररिया में खंभे से 15 किलोमीटर का तार ही चोरी हो गया. अब अधिकारी अपना माथा पकड़े बैठे हैं. इस चोरी से बिजली विभाग को लाखों रुपए का फटका पड़ा है जबकि दूसरी ओर गांवों में अंधेरा पसरा है. मामला फारबिसगंज और कुर्साकांटा थाना क्षेत्रों का है. जहां अज्ञात चोरों ने बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी को करीब 16 लाख रुपए का नुकसान पहुंचाया है. चोरी की यह घटना विद्युत शक्ति उपकेंद्र के 33 केवी तारों से जुड़ी हुई है.
पोल से तार काट ले गए चोर : फारबिसगंज विद्युत एसडीओ कोमल कुमारी के अनुसार, इस चोरी की घटना के बाद उन्होंने फारबिसगंज और कुर्साकांटा थाना में अज्ञात चोरों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है. सहायक विद्युत अभियंता के आवेदन में बताया गया कि रमै पंचायत के घोड़ा घाट से लेकर छोटी नदी बोध कुंवर के खेत तक करीब 9 किलोमीटर तक 33 केवी बिजली तार, वी क्रॉस, और पीन इंसुलेशन चुरा लिए गए हैं. इस चोरी का अनुमानित नुकसान करीब 9 लाख 66 हजार 120 रुपये है.

अररिया में बिजली विभाग के तार की चोरी (ETV Bharat)
कुर्साकांटा क्षेत्र में भी चोरी : फारबिसगंज विद्युत एसडीओ ने बताया कि कुर्साकांटा थाना क्षेत्र के जागीर परासी पंचायत के फकीराना गांव के वार्ड संख्या 13 में करीब 6 किलोमीटर तक का 33 केवी तार चोरी कर लिया गया. इसके साथ ही वी क्रॉस और पीन इंसुलेशन भी चुराए गए, जिससे विभाग को 6 लाख 36 हजार 612 रुपये का नुकसान हुआ.
पहले भी हुई थी चोरी : फोन पर एसडीओ कोमल कुमारी ने बताया कि इससे पहले भी इसी इलाके में तार की चोरी हो चुकी थी, और उस मामले में भी फारबिसगंज तथा कुर्साकांटा थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी. हालांकि, उस घटना का अभी तक कोई उद्भेदन नहीं हो सका है.
”फारबिसगंज थाना के रमै पंचायत के घोड़ा घाट से लेकर छोटी नदी बोध कुंवर तक और कुर्साकांटा थाना के जागीर परासी पंचायत के फकीराना गांव तक कुल मिलाकर करीब 15 किलोमीटर का बिजली तार चोरी हुआ है, जिससे कुल मिलाकर करीब 16 लाख रुपए का नुकसान हुआ है. इस मामले में दोनों थाना क्षेत्रों में अज्ञात चोरों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है.”- कोमल कुमारी, एसडीओ, बिजली विभाग