अररिया- फारबिसगंज -हौसला बुलंद हो तो विपरीत स्थिति में भी लोग मंजिल को तलाश लेते हैं। यही कहावत को लॉकडाउन के माहौल में चरितार्थ कर रहे हैं मार्च का महीना खत्म हो चुका है। अप्रैल माह चल रहा है। ऐसे में सिलेबस पूरा हो सके, नई कक्षा की तैयारी हो सके और साथ ही साथ घरों में बच्चे समय का सदुपयोग कर सके ,इस अच्छी पहल से लॉकडाउन के दौरान अपने घर में ही बैठे- बैठे वाट्सएप ग्रुप पर मिले होमवर्क को बनाकर बच्चे पढ़ाई कर समय का सदुपयोग कर रहे है। स्कूलों की इस पहल व बच्चों की द्वारा घरों में पढ़ाई किये जाने से अभिभावक भी काफी खुश है। अपने-अपने बच्चों के लिए लॉकडाउन के दौरान वाट्सएप ग्रुप बनाया है। इस ग्रुप में विद्यालय के शिक्षकों के साथ कई अभिभावकों को भी जोड़ा गया है। इस ग्रुप में उक्त कक्षाओं के शिक्षक व शिक्षिकाओं को भी जोड़ा गया है। शिक्षक-शिक्षिकाएं कक्षा के सिलेबस के अनुसार ही ग्रुप पर बच्चों के लिए होमवर्क भेज रहे है। जिसे बच्चे अपनी कॉपी में उतारकर उसे हल कर रहे है। इसके बाद अभिभावक पूरा किए गए होमवर्क को स्कूल द्वारा बनाये गए वाट्सएप ग्रुप पर भेज रहे है अभिभावकों की देखरेख में हो रही पढ़ाई निजी शिक्षण संस्थानों के व्हाट्सएप ग्रुप पर शिक्षक-शिक्षिकाओं द्वारा भेजे गये होमवर्क को पूरा करने में अभिभावक भी बच्चों का सहयोग कर रहे है। पहले अभिभावक सभी प्रश्नों को बच्चों की कॉपी पर लिखवा रहे है। इसके बाद अपनी देखरेख में समय से उसे पूरा करा भी रहे है। इससे बच्चों की पढ़ाई भी हो जा रही है और अभिभावकों का भी कुछ समय अच्छा बीत रहा है। इस संबंध में बताया की वाट्सएप ग्रुप पर आ रहे होमवर्क को बच्चे काफी खुश होकर उत्साह के साथ पूरा कर रहे है एवं बच्चे कई तरह स्वास्थ्य के लिए जागरूक अभियान भी वाट्सएप ग्रुप के माध्यम से सीख रहे हैं।
रिपोर्ट -विनय ठाकुर (सीमांचल लाइव )