ग्रामीणों ने तस्करी के आरोप में पकड़े गये व्यक्ति को बेकसूर बता किया सड़क जाम व प्रदर्शन
एसएसबी के जवानों ने बीते रविवार की रात दो व्यक्ति को गांजा तस्करी के आरोप में पकड़ा था. इसमें चकोड़वा निवासी मो हारून व दूसरा पंकज बहरदार शामिल है.
बथनाहा. एसएसबी के जवानों ने बीते रविवार की रात दो व्यक्ति को गांजा तस्करी के आरोप में पकड़ा था. इसमें चकोड़वा निवासी मो हारून व दूसरा पंकज बहरदार शामिल है. गिरफ्तारी के बाद मंगलवार को सोनापुर पंचायत के चकोड़वा गांव स्थित सीमा सड़क वार्ड 16 के समीप ग्रामीणों व गिरफ्तार व्यक्ति के परिजनों ने इकट्ठा होकर एसएसबी के द्वारा पकड़े गये मो हारून को निर्दोष बताया. लोगों ने कहा कि हारून गरीब मजदूर वर्ग का व्यक्ति हैं. उन्हें दो दिव्यांग बच्चे हैं. वहीं पत्नी भी गूंगी है. ऐसी स्थिति में अपने परिवार का भरण पोषण मजदूरी का कार्य करता था, वह किसी भी तस्करी व अन्य आपत्तिजनक कार्यों में संलिप्त कभी नहीं रहा है. प्रशासन से मांग करते हैं कि मामले की निष्पक्ष जांच हो व निर्दोष के ऊपर लगे गांजा तस्करी के मामले से बचाया जाये. ग्रामीणों ने कहा कि हारून को अपने मामा मो मोहर्रम के घर से निकलकर घर जाने के क्रम में गिरफ्तार किया गया है, जबकि तस्करी का गांजा सोनापुर पंचायत स्थित वार्ड संख्या 14 धत्ता टोला नीमगाछी के समीप जब्त किया है. ऐसे स्थिति में हारून के ऊपर आरोप लगाना सरासर गलत है. मौके पर उपस्थित ग्रामीणों में मो फजिर, मो साजिद, मो हासिम, मो आलम, सबरुन खातून, अरजुम खातून, भारती देवी, मनोज मंडल आदि ग्रामीण उपस्थित थे. बतातें चले कि मामला रविवार की शाम का है. पुलिस कांड दर्ज कर जांच में जुटी है. जांच के बाद ही स्पष्ट हो पायेगा की सत्य क्या है. छपी खबर तो जमा कर दी गबन की राशि, लेकिन ग्रामीण गोलबंद, कर रहें है कार्रवाई की मांग.
प्रतिनिधि, अररिया. नरपतगंज प्रखंड क्षेत्र की ग्राम पंचायत राज भंगही में पीसीसी सड़क निर्माण की राशि गबन के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. जिला पंचायत राज पदाधिकारी (डीपीआरओ) मनीष कुमार ने संबंधित पदाधिकारी व अभिकर्ता से गबन की गयी राशि को पंचम वित्त के खाते में जमा किये जाने के संबंध में स्पष्टीकरण मांगा है. यह मामला 2019-2020 का है, जब सड़क निर्माण के लिये 04 लाख 57 हजार 500 रुपये की निकासी कर ली गयी थी, लेकिन सड़क का निर्माण केवल कागजों पर हीं हुआ था. जिस मामले को उजागर वर्तमान मुखिया मनोरंजन कुमार मंडल के द्वारा किया गया व ग्रामीणों को मिलने वाली पीसीसी सड़क का सपना अधूरा रह गया था. जिसकी खबर प्रभात खबर में प्रमुखता से प्राकशित हुई थी.
मापी पुस्तिका में 1 लाख 59 हजार का हीं काम हुआ दर्ज, उठाव हो गया 04 लाख 57 हजार
खबर प्रकाशन के बाद जिला पंचायती राज पदाधिकारी मनीष कुमार ने जांच टीम का गठन कर जांच के आदेश दिये थे. जिसके बाद जांच रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ कि तत्कालीन पंचायत सचिव सह अभिकर्ता ने 5 सितंबर 2021 को 1,59,610 रुपये की मापी पुस्तक की थी, जबकि निकासी 4,57,500 रुपये की हुई थी. वहीं जांच रिपोर्ट सौंपने से पहले ही तत्कालीन पंचायत सचिव सह अभिकर्ता इंद्रकांत मिश्र के द्वारा 2,97,880 रुपये जमा कर दिया गया है.
आखिर क्यों रखी गयी योजना की राशि, हो कार्रवाई
वहीं मामले को लेकर नरपतगंज प्रखंड क्षेत्र के ग्राम पंचायत राज भंगही निवासी घनश्याम यादव ने कहा कि भंगही पंचायत के हनुमान नगर वार्ड संख्या एक में वर्ष 2019-2020 में सड़क निर्माण होने से पहले हीं राशि की निकासी हो गयी थी. इस मामले में अब तक कुछ नहीं हुआ है. उन्होंने बताया कि संबंधित विभाग की जांच रिपोर्ट आने से पहले हीं आनन-फानन में रुपये को बैंक में जमा करा दिया है. साथ ही उन्होंने कहा की यह स्पष्ट नही हो रहा हो की किसने रुपये बैंक में जमा कराया है. उन्होंने कहा कि यहा तो तत्कालीन पंचायत के मुखिया व तत्कालीन पंचायत सचिव को जवाबदेही लेना चाहिये ऐसा नही हो रहा. आनन-फानन में रुपये जमा कर लीपा-पोती की जा रही है.
होना था पीसीसी ढलाई, ईंट बिछा कर उठा ली राशि
वहीं पूर्व उप मुखिया प्रतिनिधि रामचंद्र यादव ने बताया कि चार साल पूर्व पंचायत के वार्ड संख्या एक में पीसीसी ढलाई सड़क का निर्माण होना था, लेकिन सिर्फ सड़क पर ईंट सोलिंग कर ही छोड़ दिया गया. पीसीसी ढलाई सड़क के रुपये की निकासी कर ली गयी थी. जब ग्रामीण सड़क को लेकर वर्तमान मुखिया को शिकायत की तो इस गबन का खुलासा हुआ. पूर्व उप मुखिया प्रतिनिधि रामचंद्र यादव ने बताया कि मामले की निष्पक्ष जांच हो व इसमें जो भी लोग दोषी हैं उनके विरुद्ध कार्रवाई होनी चाहिये. उन्होंने 2020-2021 के तत्कालीन मुखिया चांदनी देवी पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि जब वह मुखिया थीं, तो मेरी पत्नी उप मुखिया थीं, लेकिन सड़क के बारे में उन्हें जानकारी नहीं थी. वहीं पूर्व उप मुखिया प्रतिनिधि रामचंद्र यादव ने पूर्व मुखिया चांदनी देवी की संपत्ति की जांच की भी मांग की है.
हो कार्रवाई
पीसीसी सड़क का निर्माण अधूरा है व इस बड़े घोटाले को उजागर किया जाना चाहिये.
मनोरंजन कुमार मंडल, मुखिया ग्राम पंचायत राज भंगही.
राशि उठाव को लेकर पूछा गया है स्पष्टीकरण
अधूरे पीसीसी सड़क मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच टीम गठित की गयी व जांच रिपोर्ट सौंपने से पहले पंचायत सचिव सह अभिकर्ता के द्वारा 2,97,880 रुपये जमा किया गया है. इसके बाद पंचायत सचिव सह अभिकर्ता से स्पष्टीकरण की मांग की गयी है व दोषी पाये जाने पर कठोर कार्रवाई की जायेगी.