डीएलएड अभ्यर्थियों ने सीएम का जताया विरोध
डीएलएड (डिप्लोमा इन एलेमेेंट्री एजुकेशन) उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने सोमवार को शहर के चांदनी चौक पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित शिक्षा मंत्री व शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव का पूतला फूंका। इस दौरान प्रदर्शन कर सरकार के राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की। प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि 18 सितंबर से होने वाले शिक्षक नियोजन में उन्हें भी शामिल किया जाए।
आरोप लगाया कि एक साजिश के तहत डीएलएड डिग्री की मान्यता नहीं दी जा रही है। जबकि डीएलएड उर्तीण अभ्यर्थी शिक्षक नियोजन के लिए योग्य हैं। यदि उनकी मांगे पूरी नहीं होगी चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा। कहा कि डीएलएड उत्तीर्ण अभ्यर्थी अब एकजुट हो गए हैं।
इससे पहले एनआईओएस से डीएलएल करने वाले प्रशिक्षु शिक्षक आजाद एकेडमी प्रांगण में बैठक की थी। इन अभ्यर्थियों का कहना था कि केन्द्र सरकार ने देश भर में 12 लाख अप्रशिक्षित शिक्षकों को प्रशिक्षित किया था। दो साल के कोर्स को 18 माह में पूरा कराया था, लेकिन बिहार सरकार ने 18 माह के डीएलएड कोर्स बता कर शिक्षक बहाली से बाहर कर दिया गया है। जबकि उन्हें दो साल का प्रशिक्षण प्रमाण पत्र मिला है। परंतु शिक्षक नियोजन में मान्यता नहीं दे रही है। सरकार के इस तनाशाही रवैये को बर्दाश्त नहीं की जाएगी। प्रदर्शनकारियों में साजिद आलम, रोहित कुमार, राजेश कुमार, सोनी, सुनील झा, पंकज कुमार, सुफियान आलम शामिल थे।