जोकीहाट रेफरल प्रभारी ने अपने पद से दिया त्यागपत्र
जोकीहाट, (अररिया): जोकीहाट रेफरल अस्पताल के प्रभारी डॉक्टर जावेद आलम ने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया है। उन्होंने त्यागपत्र सिविल सर्जन सुरेश प्रसाद सिंहा को 17 सितंबर को भेज दिया है। डॉ. आलम ने पत्र में लिखा है कि रेफरल अस्पताल में कर्मी एवं पदाधिकारी की कमी के कारण पूर्ण सहयोग प्राप्त नहीं हो पा रहा है। अक्सर आम लोगों द्वारा प्रताड़ित भी होना पड़ता है। रेफरल प्रभारी ने इस आशय की सूचना डीएम बैद्यनाथ यादव को भी भेज दिया है।
गौरतलब है कि पिछले कुछ महीने से रेफरल अस्पताल में कर्मियों की मनमानी चरम पर है। अस्पताल के आसपास अवैध नर्सिंग होम, अल्ट्रासाउंड सेंटर, पैथोलाजी, बिना लाइसेंस के दवा दुकान धड़ल्ले से चल रहा है। फर्जी चिकित्सक भी खुलेआम क्लीनिक चला रहे हैं। अस्पताल में गंदगी छाया रहता है। सुअरों और आवारा पशुओं की शरणस्थली रेफरल अस्पताल बन गई है। उधर डिलीवरी कराने पहुंचे एक महिला के परिजनों से एएनएम द्वारा प्रसव कराने के नाम पर पांच हजार रुपये लेने का वीडियो वायरल हुआ था। दोषी एएनएम पर भी अबतक कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है। इसके अलावा एक चिकित्सक के प्रमाणपत्र की जांच को लेकर डाक्टर आलम ने आश्वासन दिया था लेकिन मीडिया में काफी चर्चा के बाद मामले को शायद ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। वहीं एक अंगूठा छाप महिला रेफरल अस्पताल से करीब सौ मीटर की दूरी पर तीन चार वर्षो से अपना नर्सिंग होम चलाती है। प्रसव के दौरान दो महिलाओं की मौत के कारण दो बार जेल जा चुकी है लेकिन क्लिनिक पर अबतक रेफरल प्रभारी की ओर से कोई छापेमारी तक नहीं की गई जबकि स्वास्थ्य विभाग की ओर से ऐसे अवैध नर्सिंग होम के खिलाफ कार्रवाई के लिए पत्र भी प्राप्त है। इन बातों को लेकर भी रेफरल प्रभारी पर कई सवाल खड़े हो रहे है। सूत्रों का कहना है कि उक्त दबाव के कारण रेफरल प्रभारी अपना इस्तीफा भेजा है। रेफरल प्रभारी डॉक्टर जावेद आलम का त्यागपत्र यदि स्वीकार होता है तो अस्पताल में वरीय चिकित्सक डॉक्टर खैरुल्ला अंसारी को प्रभार मिल सकता है। लेकिन आगे क्या होगा यह तो सिविल सर्जन के विवेक पर निर्भर है।
स्रोत-दैनिक जागरण