फॉल आर्मी वर्म कीट से मक्का किसान चिंतित
पिछले कुछ वर्षों से स्थानीय किसानों के लिए पिला सोना के नाम से चर्चित मक्का फसल पर इस बार बुआई के साथ ही फॉल आर्मी वर्म कीट की नजर लग गई है। जिस कारण जहां इसके इलाज के लिए बाजारों से मिल रहे महंगे दबाईयों के कारण किसानों के जेब कट रहे हैं। वहीं खेती के प्रारंभ में ही इतनी बड़ी समस्या आ जाने से किसान बहुत ज्यादा चिंतित भी नजर आ रहे हैं।
बताते चलें कि ये कीट मक्के के छोटे-छोटे पौधों को जड़ से ही काटकर खेतों में गिरा देते हैं। यही नहीं इस कीट के कारण मक्का का पौधा खेत में उगते ही पौधे के तने व पत्ते में छिद्र होने तथा पत्ते के ऊपर जालीनुमा धब्बा होकर पौधा नष्ट होने की शिकायतें भी बहुत ज्यादा सामने आ रही है। जिस कारण मक्के की खेती कर रहे अधिकतर किसान फॉल आर्मी वर्म कीट की बीमारी से परेशान हैं।
स्थानीय किसान हीरा सिंह, दामोदर चौधरी, मोहम्मद मलिक,रामप्रसाद आदि ने बताया कि पिछले वर्ष मक्के के फसल का अच्छा रेट किसानों को मिला था जिस कारण इस बार किसान अपने अधिकतर भूमि में मक्का लगा रहे हैं।
यही नहीं मक्के की खेती में होने वाले खर्च के लिए बहुत सारे किसानों ने कर्ज़ भी लिया है और ऐसे में खेती के प्रारंभ में ही फसलों में कीड़ा पकड़ लेना बहुत बड़ा चिंता का विषय है। गौरतलब है कि इस कीड़े से मक्के को बचाने के लिए किसान बाजार से ऊंची किमतों पर कीट नाशक दवा लाकर उसका छिड़काव भी कर रहे हैं बाबजूद इसके बहुत सुधार देखने को नहीं मिल रहा है। हालांकि इसके बचाव के लिए प्रखंड के पंचायतों में कृषि विभाग द्वारा किसान चौपाल कार्यक्रम का आयोजन कर किसानों को फॉल आर्मी वर्म कीट के बचाव एवं अन्य जानकारी भी दी जा रही है। किसान सलाहकार तौसीफ इकबाल कि मानें तो इस बीमारी का कारण फॉल आर्मी नाम के कीड़ा है जो संभवत: अमेरिका से आया है।
Source-HINDUSTAN