औचक निरीक्षण में नहीं थे डॉक्टर, मांगा स्पष्टीकरण
बुधवार की शाम पांच बज रहे थे। नव पदास्थापित सिविल सर्जन डॉ. अरविंद प्रसाद साही सदर अस्पताल पहुंचे। सबसे पहले वह ओपीडी का निरीक्षण किया। ओपीडी के कक्ष संख्या एक, दो, चार, एवं सात में डॉक्टर मौजूद थे। ओपीडी शिशु कक्ष संख्या आठ में डॉक्टर गायब थे।
इसके बाद दवा वितरण कक्ष के पास पहुंचे। दवा वितरण कक्ष में तैनात तीन कर्मी दवा पंक्ति में काउंटर पर खड़े रोगियों को दवा दे रहे थे। सभी कर्मी उपस्थित थे। इसके बाद सीएस सीधे पहुंचे भर्ती रोगियों के सेवा के लिए तैनात नर्स के कक्ष। यहां पर तीन नर्स तैनात थी लेकिन एक भी नर्स पोशाक में नहीं थी। डे्रस में नर्स को नहीं देखकर सिविल सर्जन डॉ. साही ने जमकर फटकार लगाई।
सीएस ने कहा कि बिना ड्रेस के सदर अस्पताल में काम करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने नर्स को चेतावनी देते हुए कहा कि बिना पोशाक का काम करने वालों का उस दिन का वेतन काट दिया जायेगा। उन्होंने का स्वास्थ्य कर्मियों से स्पष्ट रूप से कहा कि यह अस्पताल है, घर नहीं है। यह सेवा स्थल है। सेवा स्थल पर काम करने वाला स्वास्थ्य कर्मियों के लिए विभाग ने ड्रेस निर्धारित किया है। डे्रस ही आपका पहचान है। इससे न केवल कर्मियों को कार्य करने में ऊर्जा मिलती है बल्कि रोगियों के दिल में स्वास्थ्य विभाग के प्रति विश्वास को बढ़ाता है। ऐसे में सभी स्तर के स्वास्थ्य कर्मियों को हर हाल में ड्रेस पहनकर आना होगा। इसके बाद सीएस फिमेल मेडिकल वार्ड पहुंचे।
HINDUSTAN