युवाओं ने दिखाया अपनी प्रतिभा का जलवा
जिला स्तरीय युवा महोत्सव समाहरणालय के बहुउद्देशीय प्रशाल भवन में कला संस्कृति एवं युवा विभाग तथा जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान समापन हुआ। दो दिनों तक जिले में 15 विधाओं में उपस्थित प्रतिभागियों ने अपनी प्रतिभा का जलवा बिखेरा।
अपर समाहर्ता कमलेश कुमार सिंह, वरीय उपसमाहर्ता अखिलेश कुमार एवं खेल उपाधीक्षक रणधीर कुमार ने विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया। दो दिनों तक गायन वादन व नृत्य के इस महाकुम्भ में मंच संचालन का अवसर अलका प्रकाश एवं रोहन कुमार उर्फ ग्रीन झा को प्राप्त हुआ।
समापन के दौरान जैसे ही शास्त्रीय संगीत में सितारा परवीन एवं लोक नृत्य में खुशबू शर्मा के नाम की घोषणा की गई पूरा हॉल तालियों की गड़गडाहट से गूंज उठा। शास्त्रीय संगीत में रानी कुमारी दूसरे स्थान पर सोनू कुमार राय तृतीय सथान पर रहे। उपशास्त्रीय संगीत में दीक्षा कुमारी प्रथम रही। लोक गीत में नाहिद प्रवीण प्रथम, दीक्षा कुमारी द्वितीय तथा कविता कुमारी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। सुगम संगीत में रत्ना तिवारी प्रथम, अमित कुमार द्वितीय व श्वेता राय तृतीय स्थान पर रहे। सामूहिक लोग गीत में रीतु कुमारी, शिवशंकर बांसफोर एवं साथी प्रथम, रानी कुमारी एवं साथी द्वितीय स्थान पर तो अंजली कुमारी एवं साथी तृतीय स्थान पर रहे। पारम्परिक गीत में कुन्दन शर्मा का दबदबा रहा। शास्त्रीय कत्थक नृत्य में रीतु कुमारी को प्रथम एवं खुशबू शर्मा ने द्वितीय पुरस्कार प्राप्त किया। इसी तरह लोक नृत्य में खुशबू शर्मा ने पहला स्थान, सान्या कुमारी ने दूसरा एवं ज्ञानदेव मंडल ने तीसरा स्थान मिला। समूह लोकनृत्य में लक्ष्मी कुमारी एवं साथी अव्वल रहे।
चित्रकला में दीपक तो हस्तकला में दिपांशु रहा अव्वल
चित्रकला में दीपक शर्मा ने पहला, सुस्मिता कुमारी ने दूसरा एवं मो. राजा ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। जबकि
फोटोग्राफी में राकेश कुमार राम प्रथम एवं रौनक साहा ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। हस्तकला में दीपांशु शर्मा प्रथम, मो. राजा द्वितीय तथा सुस्मिता कुमारी तृतीय स्थान पर रही। तबलावादन में मनीष कुमार राम प्रथम तो दीपक शर्मा ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। नाटक के एकल में संग्राम दत्ता अव्वल रहा। वक्तृता में अदिति राज प्रथम रही । वहीं सभी प्रतिभागियों को खेल उपाधीक्षक श्री सिंह राज्यस्तरीय महोत्सव में भाग लेने के लिए मार्गदर्शन दिया। संगीत शिक्षक कृष्ण प्रसाद कौशिक ने उचित अभ्यास व उत्कृष्ट मंच प्रदर्शन करने सम्बन्धित अपने सहयोगी कलाकारों को राज्यस्तर पर जाने के लिए निरंतर अभ्यास और नियमावली के अनुसार अनुसरण करने के लिए गायन वादन, नृत्य, चित्रकला प्रतिभागियों का मार्गदर्शन किया।
ये लोग रहे निर्णायक मंडल में:
उमा देवी उच्च विद्यालय की नृत्य शिक्षिका देवोश्री राय, उच्च विद्यालय फुलहरा गोरगामा के ललितकला शिक्षक शांति स्वरुप गौतम, प्रोजेक्ट कन्या उच्च विद्यालय कोढ़ा के ललितकला शिक्षक संजय कुमार, महेश्वरी एकेडमी के तबला शिक्षक आनंद कुमार एवं हरिशंकर नायक उच्च विद्यालय मिरचाईबाड़ी के संगीत शिक्षक कृष्ण प्रसाद कौशिक ने
पहले दिन निर्णायक की भूमिका निर्वाह किया।
स्रोत- हिन्दुस्तान