अररिया के कुर्साकांटा पीएचसी में एक भी डॉक्टर नहीं
अररिया में अरबों रुपये खर्च कर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के सरकार व विभाग के दावे की जमीनी हकीकत यह है कि कुर्साकांटा प्रखंड के लगभग तीन लाख की आबादी आयुष चिकित्सक के भरोसे है। कुर्साकांटा पीएचसी में एक भी एमबीबीएस डॉक्टर नहीं रहने से मरीजों व परिजनों को परेशानी होती है।
कुर्साकांटा पीएचसी में पहले के अपेक्षा सुविधाएं बढ़ी है। लेकिन यहां सबसे बड़ी समस्या चिकित्सकों की कमी का है। जनसंख्या के अनुपात में चिकित्सकों की घोर अभाव है। कहने को तो प्रखंड में तीन अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं तीस उपस्वास्थ्य केन्द्र है। लेकिन इन स्वास्थ्य केन्द्रोंं पर डॉक्टर नहीं आते हैं। यही कारण है कि रोगियों को ग्रामीण डॉक्टरों पर निर्भर रहना पड़ता है। डॉक्टरों व कर्मियो की कमी के कारण अस्पताल आने वाले रोगियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।