शिक्षा के विकास से ही राष्ट्र का विकास संभव
देश के प्रथम शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद के जयंती के अवसर पर प्रखंड के सभी सरकारी स्कूलों में कार्यक्रम का आयोजन कर जयंती को शिक्षा दिवस के रूप में मनाया गया। प्रखंड के विभिन्न स्कूली छात्रों द्वारा सुबह में प्रभात फेरी निकाली गई। उसके बाद विद्यालयों में आयोजित विविध कार्यक्रम में भाग लेकर प्रथम शिक्षा मंत्री के जीवन और दर्शन से रूबरू हुए। शिक्षा दिवस पर प्रखंड के सिंहेश्वर मध्य विद्यालय कुमारखंड, कन्या मध्य विद्यालय कुमारखंड, मध्य विद्यालय रामनगर महेश,कन्या मध्य विद्यालय रामनगर महेश, उत्क्रमित मध्य विद्यालय मधुबनी के अलावे परमानंदपुर, मंगलवारा, पुरैनी, इसराइण कला, जोरावर गंज, इसराइण बेला, बेलारी ,रानीपट्टी सुखासन, रहटा, बिशनपुर बाजार, बिशनपुर सुंदर ,भतनी बाजार, इसराइण खुर्द, जदुआपट्टी ,लक्ष्मीपुर भगवती सहित अन्य पंचायत में स्थित मध्य और प्राथमिक विद्यालयों में कार्यक्रम का आयोजन कर देश के प्रथम शिक्षा मंत्री को याद किया गया।
इस दौरान विद्यालयों में प्रथम शिक्षा मंत्री के चित्र पर पुष्पांजलि कर श्रद्धा सुमन अर्पित की गई। इसी क्रम में उत्क्रमित उर्दूू मध्य विद्यालय मंगलवारा में आयोजित शिक्षा दिवस कार्यक्रम के दौरान सुपौल के जदयू सांसद दिलेश्वर कामत मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। वरीय शिक्षक इरशाद आलम की अध्यक्षता और संचालन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रमंडलीय उपाध्यक्ष रामविलास कुमार ने अतिथियों का स्वागत करते हुए देश के प्रथम शिक्षा मंत्री के जीवन पर प्रकाश डालते हुए शिक्षा की महत्ता के बारे में विस्तार से बताया। मौक पर सांसद श्री कामत ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा के विकास से ही राज्य और राष्ट्र का विकास संभव है। उन्होंने छात्रों और शिक्षकोंं से शिक्षा की गुणवत्ता बनाए रखते हुए स्कूलों में शैक्षणिक वातावरण के साथ पठन-पाठन पर जोर देने की अपील की। उन्होंने कहा कि बच्चे ही देश के भविष्य होते हैं। इसलिए समाज के हर वर्ग के बच्चोंं को शिक्षा ग्रहण करना जरूरी है। सरकार सबसे ज्यादा शिक्षा पर जोर दे रही है। इससे पूर्व स्कूल की छात्र छात्राओं ने गीत और भाषण के माध्यम से देश के प्रथम शिक्षा मंत्री के जीवन पर प्रकाश डाला। मौके पर शिक्षक मो सद्दाम, मो परवेज, मो अफजल ,मो दिलशाद, ब्रह्मदेव कुमार, वाजदा तबस्सुम सहित सैकड़ों छात्र-छात्राएं , अभिभावक और जदयू के दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद थे।
स्रोत-हिन्दुस्तान