कचरे को ढक कर ले जाने की होगी व्यवस्था
शहर को प्रदूषण से बचाने के लिए न सिर्फ पुरानी गाड़ियों पर प्रतिबंध लगाया जाएगा बल्कि कचरे को ढक कर डंपिंग प्लेस तक पहुंचाना होगा। हालांकि अभी बिहार में इस नियम को लागू करने की तारीख का ऐलान नहीं हुआ है। लेकिन प्रदूषण से बचने के लिए इसे नियम के तौर पर लागू किया गया तो पूर्णिया नगर निगम भी इसकी तैयारी करेगा।
फिलहाल शहर में जो भी कचरा उठाया जाता है उसे ऑटो और ट्रैक्टर के माध्यम से डंपिंग वाले जगह तक पहुंचाया जाता है। रास्ते में जहां-जहां कचरे से भरी गाड़ी गुजरती है लोगों को परेशानी होती है। ट्रैक्टर में हिलता डुलता कचरा इधर-उधर गिरता तो है ही इसके अलावा इससे उठने वाली बदबू से लोग परेशान रहते हैं। मुश्किल तब और बढ़ जाती है जब लाइन बाजार जैसे जाम में कचरे से भरा कोई ट्रैक्टर फंस जाए। इसके बाद जितनी देर गाड़ी खड़ी रहती है उतनी देर लोग उससे उठने वाली बदबू से परेशान रहते हैं। लोगों की परेशानी के अलावा इससे वातावरण भी दूषित होता है। यही कारण है कि सरकार जल्द ही नियम बनाने जा रही है कि कचरे की गाड़ी को ढक कर डंपिंग प्लेस तक पहुंचाना होगा। केडीओ के सचिव तनवीर मुस्तफा कहते हैं कि ट्रैक्टर वालों से उनका अक्सर बहस हो जाता है। वो लोग लाइन बाजार जैसे व्यस्तम रास्ते से कचरे को बिना ढके ले जाते हैं। जहां-जहां से गुजरते हैं बदबू, बीमारी और प्रदूषण फैलाते चलते हैं। देश के कई शहरो में ये नियम लागू हो चुका है कि कचरे को ढक कर एक जगह से दूसरे जगह ले जाना है।
इसके बारे में नगर निगम की मेयर सविता देवी कहती हैं कि कचरे को ढक कर ले जाने के बारे में जैसे ही कोई पत्र या दिशा निर्देश मिलेगा वैसे ही इसकी व्यवस्था की जाएगी। हर एक ट्रैक्टर को त्रिपाल रखने का निर्देश दिया जाएगा और कचरे को लेकर सफर करते समय ट्रैक्टर को त्रिपाल से ढकने की व्यवस्था की जाएगी।
स्रोत-हिन्दुस्तान