सृष्टि की पूजा से ही होगी मानवता की रक्षा
तीन दिवसीय राजकीय गोपाष्टमी महोत्सव गोशाला परिसर में मंगलवार की शाम हर्षोल्लास के साथ शुरू हो गया। बिहार सरकार के मंत्री नरेन्द्र नारायण यादव ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि दुनिया में सृष्टि की पूजा करना ही भगवान की पूजा है। मंत्री ने भगवान कृष्ण द्वारा गीता के उपदेशों का हवाला देते ुए कहा कि कर्म की प्रधानता जरूरी है।
उन्होंने जल, जीवन और हरियाली पर जोर देते हुए कहा कि पौधरोपण से ही आमलोगों को शुद्ध वायु मिलेगा। मंत्री ने गोपाष्टमी महोत्सव के महत्ता को रेखांकित किया। मुख्य अतिथि अनुसूचित जाति-जनजाति विभाग के मंत्री डॉ. रमेश ऋषिदेव ने सभी लोगों को गाय की पूजा करने को प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि गाय से दूध ही नहीं मिलता, बल्कि उनके मूत्र भी कई असाध्य रोगों की दवा है। मंत्री ने भगवान कृष्ण द्वारा मानवता के हित दिये गये उपदेश पर अमल करने का आग्रह लोगों से किया।
उन्होंने कहा कि जिले में एससी-एसटी के छात्रों के लिए दो आवासीय स्कूल खुल रही है। जिनमें एससी, एसटी के छात्र नि:शुल्क पढ़ाई करेंगे। छात्रों के रहने, खाने-पीने सहित पढ़ाई का खर्च सरकार वहन करेगी। मधेपुरा लोकसभा क्षेत्र के सांसद दिनेशचंद्र यादव ने कहा कि भगवान कृष्ण की महिमा अपरमपार है। श्रीकृष्ण ने लोगों को कर्म करने और फल की चिंता नहीं करने का उपदेश दिया। उन्होंने कहा कि एनएच 106 और 107 का काम जल्द शुरू होगा।
सांसद ने बिहार सरकार के उपलब्धियों पर प्रकाश डाला।पूर्व विधायक डॉ. अरुण कुमार ने बिहार सरकार द्वारा दूसरी बार गोपाष्टमी महोत्सव की स्वीकृति देने पर खुशी जतायी। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डीएम नवदीप शुक्ला ने कहा कि कला- संस्कृति के विकास को सरकार संकल्पित है। उन्होंने मंत्री द्वय, सांसद सहित अन्य आगत लोगों का स्वागत किया। संगीत शिक्षक शशि प्रभा के नेतृत्व में कलाकारों ने स्वागत नृत्य प्रस्तुत किया।
मौके पर एसपी संजय कुमार, डीडीसी विनोद कुमार सिंह, एसडीएम वृंदालाल, एसडीपीओ वसी अहमद,डीईओ उग्रेश प्रसाद मंडल, एनडीसी रजनीश राय, डीपीओ मो. कबीर, बीडीओ आर्य गौतम, डॉ. भूपेन्द्र नारायण मधेपुरी, परमेश्वरी प्रसाद यादव, जद यू जिलाध्यक्ष प्रो. बिजेन्द्र नारायण यादव, गुड्डी देवी, अशोक चौधरी, प्रभाष मल्लिक सहित अन्य लोग शामिल रहे। कार्यक्रम का सफल संचालन पृथ्वीराज यदुवंशी और धन्यवाद ज्ञापन डॉ. मधेपुरी ने किया।
स्रोत-हिन्दुस्तान