छह माह पहले हुई थी रमेश की शादी
हे हो बाबू दोस्त संग आर्केस्ट्रा देखे गेल रहे हो दीपेन्द्र और दीपेश संगे हो मारि दैलके… करुण क्रंदन के बीच बड़ी मुश्किल से चंद शब्द बोल पाती है मृतक की मां उषा देवी। जैसे ही उसे रमेश के मौत की जानकारी मिली वह बदहवास हो गई। आसपास की महिलाएं उसे ढाढस बंधा रही थी। लेकिन वह उसके संग गए दोस्तों पर ही हत्या का आरोप लगा रही थी।
रमेश का सड़क किनारे शव मिलने से परिजनों में कोहराम मचा हुआ था। रमेश के मौत की खबर मिलते ही उसके पिता रामसुंदर मंडल का भी रो रो कर बुरा हाल था। आसपास के लोग उसे ढाढस बंधाने की कोशिश कर रहे थे बावजूद उनकी भी स्थिति गंभीर थी।
रमेश के मौत से सिर्फ परिवार वाले ही नहीं गांव के लोग भी मर्माहत थे। बता दें कि रमेश की शादी छह महीने पहले ही लौकही थाना क्षेत्र के हरिराहा गांव निवासी सुदेश्वर यादव की पुत्री मुन्नी कुमारी से हुई थी।
स्रोत-हिन्दुस्तान