नगर परिषद के सफाई कर्मचारियों का प्रदर्शन
नगर परिषद के सफाई कर्मचारियों ने बुधवार को अपनी मांगों को लेकर परिषद कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया।
अखिलभारतीय सफाई मजदूर संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विष्णुदेव बाल्मीकि ने बताया कि मांगों के संबंध में नपसभापति और कार्यपालक पदाधिकारी से वार्ता की गयी लेकिन वार्ता असफल रही। इसलिए संघ ने निर्णय लिया है कि 25 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन धरना व प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि छह सफाईकर्मियों की मौत हो गई लेकिन उनके परिजनों को ईपीएफ का लाभ नहीं दिया गया। काफी लंबी लड़ाई के बाद इधर सफाईकर्मियों को ईपीएफ का लाभ मिलना शुरू हुआ है।
उन्होंने कहा कि कर्मियों को वर्दी नहीं दी जा रही है। वहीं अन्य कई लाभोंं से वंचित रखा जा रहा है। हाईकोर्ट एवं पूर्व में हुए समझौते को आज तक लागू नहीं करने, एनजीओ द्वारा शोषण, दोहन मारपीट व अपशब्दों का इस्तेमाल, अवैध वसूली, नगर विकास विभाग द्वारा निर्धारित मजदूरी का भुगतान नहीं करने के कारण बाध्य होकर अनिश्चितकालीन हड़ताल व धरना प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया है। नगर परिषद में अभी 287 सफाई मजदूर है। जिसे 283 रुपये प्रतिदिन पारिश्रमिक मिलता है। हालांकि इस पारिश्रमिक में साढ़े बारह प्रतिशत ईपीएफ कटता है। पूर्व में ईपीएफ कटौती राशि खाते में जा रही थी। लेकिन विगत कई वर्षों से ईपीएफ की राशि मिलनी बंद हो गई। हालांकि ईपीएफ की राशि इस महीने तक भेजने की प्रक्रिया चालू है।
स्रोत-हिन्दुस्तान