सहरसा से पहली बार खुली आस्था सर्किट ट्रेन
सहरसा से पहली बार आस्था सर्किट स्पेशल ट्रेन मंगलवार को खुली। वैष्णो देवी, हर की पौड़ी और राम लक्ष्मण झूला का दर्शन कराने के लिए ले जाने वाली ट्रेन में यात्रियों का हुजूम उमड़ पड़ा।
ट्रेन में सफर करने वाले सबसे अधिक सहरसा के 250 यात्री थे। ट्रेन अपने निर्धारित समय सुबह सात बजे खुली। ट्रेन को आईआरसीटीसी के क्षेत्रीय प्रबंधक राजेश कुमार, रेल डीसीआई राजेश रंजन श्रीवास्तव और स्टेशन अधीक्षक नीरज चन्द्र ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उससे पहले फीता काटा। मौके पर आईआरसीटीसी के वरीय पर्यवेक्षक पर्यटन संजीव कुमार, वरिष्ठ सुपरवाइजर सुनील कुमार, अमित प्रकाश, प्रधान टिकट परीक्षक रंजीत सिंह, सीताराम प्रसाद, उप निरीक्षक एम. एम. रहमान सहित अन्य थे। ट्रेन के हर कोच में सिक्युरिटी गार्ड, सफाईकर्मी सहित अन्य व्यवस्था थी।
ट्रेन की इंजन और बोगियों को गुब्बारे व फूल से सजाया गया था। पहली बार इस तरह की ट्रेन में सफर करने वाले कोसी क्षेत्र के लोग उत्साहित थे। बता दें कि 15 स्लीपर बोगी वाली 00395/96 स्पेशल ट्रेन 17 अक्टूबर की सुबह दस बजे वैष्णो देवी कटरा स्टेशन पहुंचेगी। धार्मिक स्थलों का दर्शन करा 22 अक्टूबर को दिन के 12 बजे सहरसा पहुंचेगी।
सफर करने वालों में बुजुर्ग यात्रियों की संख्या अधिक थी: धार्मिक स्थलों की यात्रा कराने वाली इस ट्रेन में सफर करने वाले ज्यादातर बुजुर्ग यात्री थे। उन्हें ट्रेन में बिठाने आने वाले बेटा बहु का कहना था सहरसा से सीधी ट्रेन नहीं रहने के कारण चाहकर भी उन्हें वैष्णो देवी दर्शन के लिए भेज नहीं पाते थे। एक दिन के लिए ही सही सीधी ट्रेन मिली तो भेज रहे हैं। यात्री सुपौल निवासी अनिल सिंह, वीरेंद्र नारायण, सिंघेश्वर सिंह ने कहा बहुत अच्छा लग रहा है। सफर के दौरान एस-7 कोच में सुबह शाम मंदिर में आरती भजन भी कर पाएंगे।
मार्च में तिरुपति कन्याकुमारी के लिए सहरसा से चलेगी आस्था सर्किट ट्रेन : यात्रियों का अच्छा रिस्पांस देखकर आईआरसीटीसी के क्षेत्रीय प्रबंधक राजेश कुमार ने अगले साल के मार्च महीने में सहरसा से दक्षिण भारत के लिए आस्था सर्किट स्पेशल ट्रेन चलाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि दक्षिण भारत के तिरुपति, कन्याकुमारी, मदुरई सहित अन्य तीर्थस्थलों की यात्रा कराएंगे। उन्होंने कहा कि मंगलवार को खुली ट्रेन में 600 यात्रियों ने टिकट बुक कराए थे। यात्रियों का अच्छा रिस्पांस मिला।
स्रोत-हिन्दुस्तान