इंडिकेटर नहीं रहने से होते हैं दुर्घटना के शिकार
प्रखण्ड के ग्रामीण क्षेत्र विभिन्न अलग-अलग सड़क के मोड़ के समीप इंडिकेटर नहीं रहने से वाहन चालकों को काफी परेशानी होती है। इस कारण रात के समय विशेष कर कुहासे के मौसम में दुर्घटना का भय बना रहता है। प्रखण्ड क्षेत्र में सहरसा-सिमरीबख्तियारपुर एन एच 107, बरियाही-सुपौल एचएस 66, बनगांव-गोरहो घाट पीडब्लूडी के सड़क में मोड़ के समीप कहीं भी इंडिकेटर पिलर गड़ा नहीं है। जबकि अन्य जिला क्षेत्र के सड़क के मोड़ के समीप करीब ढाई-तीन फीट ऊंचा काले-उजले रंग से रंगा सीमेंट का पिलर गड़ा रहता है। इससे इस रास्ते गुजरने बाली वाहन के चालक को वहां मोड़ होने का अंदाजा हो जाता है। इस क्षेत्र के सड़क के मोड़ पर भी दो दशक पूर्व तक सीमेंट का इंडिकेटर पिलर था। यह बतादे कि अव इसी रास्ते प्रतिदिन सैकड़ों वाहन सहरसा से सिमरी बख्तियारपुर, दरभंगा, पटना सहित अन्य गंतव्य स्थान की ओर जाती-आती है। कई वाहन चालकों ने बताया कि मोड़ के समीप इंडिकेटर तथा सड़क की हालत दुरुस्त करवाने के बदले पदाधिकारी सिर्फ वाहनों की जांच कर अपना कर्तव्य पूरा हुआ समझ लेते हैं।
स्रोत-हिन्दुस्तान