बंद पड़े पुलिया के मुहाने को खुलवाया
सोनवर्षा सहसौल मुख्य मार्ग पर बेहट गांव के समीप स्थित पुलिया के मुहाने के बंद बहाव को गुरुवार को सदर एसडीओ ने पहुंचकर चालू करवा दिया। सदर एसडीओ शंभूनाथ झा ने स्थानीय ग्रामीणों से बातचीत करते सबकी सहमति से पुलिया के बंद मुहाने को खुलवा दिया।
जिससे करीब 500 किसानों की बर्बाद हो रही फसल बचने से किसानों के चेहरे पर खुशहाली लौटी है। सदर एसडीओ के साथ पुलिया के पानी का बहाव चालू कराने में सिमरी बख्तियारपुर की एसडीपीओ मृदुला कुमारी सहित बीडीओ रेणु सिंन्हा, सीओ उपेन्द्र कुमार तिवारी एव सोनवर्षा थानाध्यक्ष मो अकमल हुसैन, बसनही थानाध्यक्ष मनोज कुमार सिंह, काशनगर ओपी प्रभारी राजेंद्र प्रसाद सिंह थे।
बता दें कि बेहट व मोहनपुर गांव के स्थानीय कुछ ग्रामीणों के द्वारा पुलिया के पानी का बहाव बंद कर दिए जाने से हो रही परेशानी को लेकर बीते बुधवार को पदाधिकारियों को आवेदन देकर वर्षों से बंद पड़े पुलिया के मुहाने को खुलवाने की मांंग की गई थी। इसके बाद गुरुवार को सदर एसडीओ बेहट गांव पहुंच कर पुलिया के मुहाने को बंद करने वाले स्थानीय तारानंद सिंह व दुर्गानंद सिंह से बातचीत कर मामले को सुलझाया तथा मजदूरों की मदद से पुलिया के बंद मुहाने को खुलवा कर पानी का निकासी करवाया। पोखर के बगल में मजदूर से कटवा कर बहाव चालू किया गया। मालूम हो कि
बेहट गांव के समीप मुख्य सड़क पर जलनिकासी के लिए पुर्व से बने दो पुलिये के मुहाने को गांव के ही दुर्गानंद प्रसाद सिंह व तारानंद प्रसाद सिंह के द्वारा चदरा, बांस व मिट्टी देकर बंद कर दिया गया तथा पुल के मुहाने से सटे अपनी जमीन पर पोखर का निर्माण करा लिया था। ऐसे में सुरसर नदी के उफनते पानी के जलजमाव से बना दबाब देहद सहशौल मुख्य सड़क पर बढ़ गया और बेहट से मोहनपुर जाने वाली मुख्य सड़क क्षतिग्रस्त हो गया साथ ही उत्तरी व दक्षिणी बहियारों में हजारों एकड़ में लगी धान की फसल पूर्णत: डूब कर बर्बाद हो गई है। साथ साथ मवेशी चारे की समस्या भी बढ़ गयी है। स्थिति यह है कि आस पास में बसे दलित व महादलित परिवारों के घरों में भी पानी प्रवेश कर गया।
स्रोत-हिन्दुस्तान