एनजीओ के हवाले हुआ मध्याह्न भोजन
जिले के प्रारंभिक विद्यालयों में एनजीओ द्वारा खाना पहुंचाने की शुरुआत कर दी गई है। शहर व आसपास के एक किलोमीटर के दायरे में आने वाले 63 विद्यालयों में उपस्थित 12 हजार छात्र-छात्राओं का खाना तैयार किया गया। जिला शिक्षा विभाग के मुताबिक पहले दिन कहरा कुटी स्थित केन्द्रीकृत रसोई में पुलाव, छोला व सेव बच्चों को दिया गया। डीपीओ एमडीएम मनोज कुमार ने बताया कि मीनू के अनुसार शुक्रवार को फल व अंडा में एक चीज देना था। पहला दिन होने के कारण एनजीओ भारत रत्न डा. भीमराव अंबेडर दलित उत्थान एवं शिक्षा समिति द्वारा सेव दिया गया। हालांकि अगले शुक्रवार से बच्चों को अंडा या सेव में से एक चीज लेने की स्वायतता होगी। डीपीओ के मुताबिक ग्रुप वाइज स्कूलों में खाना भेजा गया। पांच-पांच कर स्कूलों को ग्रुप बनाया गया था। प्रत्येक ग्रुप में खाना पहुंचाने के लिए गाड़ी लगी थी। इसी तरह आगे भी स्कूलों में खाना परोसा जाएगा। डीपीओ ने बताया कि स्कूल के हेडमास्टरों ने मध्याह्न भोजन को लेकर किसी प्रकार की शिकायत नहीं की है।
63 प्रारंभिक विद्यालय के बच्चे हुए लाभान्वित: केन्द्रीकृत रसोई के माध्यम से 63 विद्यालयों के 20 हजार से अधिक छात्र-छात्राओं को खाना पहुंचाने का लक्ष्य था। हालांकि पहले दिन हेडमास्टरों द्वारा 12 हजार से अधिक छात्र-छात्राओं के लिए खाना भेजने का निर्देश मिला। जिस कारण केन्द्रीकृत रसोई में 12 हजार बच्चों का खाना तैयार किया गया था। पहले दिन एक विद्यालय में कुछ बच्चों का खाना घटा। एनजीओ द्वारा दूसरी गाड़ी खाना भेजा गया है। बच्चों को परेशानी नहीं हुई। एनजीओ के प्रेसीडेंट वीर सिंह ने कहा पहले दिन खाना समय से तैयार किया था। आगे भी निर्धारित समय पर बच्चों को गर्म खाना पहुंचाया जाएगा। खाना गर्म रखने के लिए कंटेनर में खाना ले जाया जाता है।
रसोई में लगे हैं कई आधुनिक उपकरण: गुणवत्तापूर्ण भोजन उपलब्ध कराने के लिये केन्द्रीकृत रसोई में कई आधुनिक उपकरण लगाये गये हैं। जिससे समय की काफी बचत हो रही है। किचेन में जहां आलू छिलने व काटने का अलग मशीन लगाया गया है। वहीं अन्य तरह की सब्जियों के काटने के अलग मशीन लगाये गये हैं। सुरक्षा की दृष्टि से किचेन में 11 अग्निशमन यंत्र लगाये गये हैं। जल स्वच्छता को लेकर बडा आरओ मशीन, दो हजार लीटर की टंकी एवं देखरेख के लिये पूरे परिसर में आठ सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं। इसके अलावे विद्यालयों में खाना ससमय पहुंचाने के लिये आठ पीकअप वैन रखा गया है किचेन में मुख्य रसोइया सहित पांच रसोइया एवं दस हेल्पर के अलावे एक लेखापाल, एक किचेन सुपरवाइजर, एक स्टोरकीपर, दो सुरक्षागार्ड एवं दस सफाई कर्मी महिला को प्रतिनियुक्त किया गया है। बिजली जाने की स्थिति से बचने के लिये जेनरेटर की भी व्यवस्था किया गया है।
स्रोत-हिन्दुस्तान