
पूर्णिया एयरपोर्ट के लिए बवाल, जमीन लेने पहुंची ‘सरकार’ तो किसानों ने खदेड़ा, कहा – मुआवजा नहीं.. – PURNEA AIRPORT
पूर्णिया एयरपोर्ट की जमीन अधिग्रहण का विरोध शुरू हो गया है. पुलिस से ग्रामीणों की झड़प हो गई. महिला समेत कई लोग घायल हुए हैं.
पूर्णिया: बिहार के पूर्णिया में हवाई अड्डा का निर्माण हो रहा है. इसके लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है लेकिन के.नगर थाना क्षेत्र के गोआसी में बवाल हो गया. पूर्णिया एयरपोर्ट के लिए अधिग्रहण की गई जमीन खाली कराने को लेकर जब पुलिस पहुंची तो ग्रामीणों के बीच जबरदस्त झड़प हो गई. ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस ने लाठीचार्ज किया है. इसमें 10 से अधिक ग्रामीण, जबकि करीब 6 पुलिस वाले जख्मी हुए हैं. कई महिलाओं को भी चोटें आईं हैं.
एयरपोर्ट की जमीन को लेकर भयंकर बवाल: जमीन खाली कराने के लिए जब पुलिस पहुंची, तब स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया. पुलिस ने लोग को कहा कि अपने-अपने खेतों से वह मक्के की फसल को काट लें, नहीं तो सरकारी स्तर पर उनके मक्के को काट दिया जाएगा. इस फरमान का ग्रामीणों ने विरोध किया और पुलिस से भिड़ गए. जिस वजह से ऐसी नौबत आ गई कि पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा.
महिला समेत कई ग्रामीण घायल: पुलिसिया कार्रवाई के विरोध में लोगों ने भी बवाल शुरू कर दिया. जिसके बाद पुलिस और पब्लिक के बीच जबरदस्त झड़प हो गई. इसमें 10 से अधिक ग्रामीण, जबकि करीब 6 पुलिस वाले जख्मी हो गए. हालात पर काबू पाने कई बड़े पदाधिकारी मौके पर पहुंचे और भारी पुलिस बल बुलाया गया. जिसके बाद किसी तरह मामला शांत हुआ.
मुआवजा नहीं तो जमीन क्यों देंगे?: ग्रामीणों का आरोप है कि पूर्णिया एयरपोर्ट के लिए अधिग्रहण की गई जमीन का मुआवजा अब तक उन्हें नहीं मिल सका है. जिसके चलते वे किसी भी कीमत पर एयरपोर्ट के लिए अधिग्रहण की गई जमीन खाली करने को तैयार नहीं हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस ने न सिर्फ ग्रामीणों को खदेड़ कर पीटा, बल्कि मक्के की लाखों की फसल को काट दिया गया. जिससे ग्रामीणों में काफी नाराजगी है.
“अभी तक हमलोगों को जमीन का मुआवजा भी नहीं मिला है और हमारी जमीन खाली कराने की कोशिश की जा रही है. हमलोग किसी भी सूरत में जमीन नहीं देंगे. इसी का विरोध किया तो हमलोगों का मारा-पीटा गया है.”- स्थानीय
महिलाओं के साथ भी मारपीट: वहीं, गांव में तनाव की स्थिति को देखते हुए पूरे गांव को छावनी में तब्दील कर दिया गया है. पुलिस के बड़े अधिकारी खुद इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं. वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि किस तरह ग्रामीण और पुलिस की झड़प हो रही है और पुलिस के डंडे से घायल ग्रामीण महिला और युवा लड़कियों की क्या स्थिति है. ग्रामीणों का आरोप है कि एडीएम के द्वारा लाठी चार्ज करने का आदेश पुलिस को दिया गया था, जिसके बाद इस तरह की घटना घटी
“सबको दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया है. महिलाओं को भी नहीं छोड़ा गया है. पुरुष पुलिसकर्मी ने हमें मारा है. हाथ-पैर, पेट-पीठ और जांघ हर जगह महिलाओं को मारा गया है. बड़े अधिकारी के आदेश पर लाठीचार्ज किया गया था.”- घायल महिला
“एयरपोर्ट मामले में जिस व्यक्ति की जमीन सरकार अधिग्रहण की है, उनके मुआवजे कोर्ट में रखे हुए हैं. वह कोर्ट में जाकर अपने मुआवजे ले सकते हैं. बाहर की कंपनी यहां पर काम करने के लिए आई है, उसे स्थानीय लोग सहयोग करें और काम में बाधा ना डालें.”- पार्थ शर्मा, एसडीओ, पूर्णिया
क्या बोले एसपी?: इस मामले में पूर्णिया के आरक्षी अधीक्षक कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने पर भारी संख्या में पुलिस बल को तैयार किया गया है और पुलिस जांच कर रही है कि आखिर ऐसी नौबत क्यों आई और फिर आगे की कार्रवाई की जाएगी.