अनुकंपा के आधार पर नियमित नियुक्ति संवैधानिक अधिकार
प्राथमिक शिक्षक संघ के सभागार में बिहार अनुकंपा शिक्षक संघर्ष समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में बिहार अनुकंपा शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष गितांशु कुमार पांडेय से मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की।
समारोह में सीमांचल के काफी संख्या में सम्मिलित हुए सभी शिक्षकों ने एक स्वर में संगठन के साथ एकजुट होकर चलने की प्रतिबद्धता जतायी। प्रदेश अध्यक्ष गितांशु कुमार पांडेय ने कहा कि अनुकंपा के आधार पर नियमित नियुक्ति हमारा संवैधानिक अधिकार है तथा मुकदमा नीति के अंतगर्त बिहार के समस्त अनुकंपा शिक्षकों का सेवा नियमतीकरण करते हुए एकमुश्त एरियर का भुगतान बिहार सरकार करे अन्यथा परिणाम भुगतने को तैयार रहे। पांडेय ने नियोजन नियमावली 2006 को अनुकंपा के मुद्दे पर आधारधीन बताया और कहा कि नियोजित शिक्षकों की तरह सेवा शर्त अनुकंपा शिक्षकों को बर्दाश्त नहीं है। सरकार बहाली की अविलंब प्रक्रिया शुरू करे। जिलाध्यक्ष सुमन सौरभ ने अनुकंपा शिक्षकों की एकता और अखंडता पर चर्चा किया। बैठक में टीपीएसएस के जिलाध्यक्ष आलोक कुमार, जिलास्तरीय पदाधिकारी मिनहाज अख्तर, मुकेश कुमार, नटवर झा, सीमांचल क्षेत्र के कटिहार जिलाध्यक्ष मो. शाहजहां, अररिया जिलाध्यक्ष मो सुबहान और साकेत बूमन, किशनगंज से गुलाम रब्बानी, भागलपुर से गिरीश गौरव और लोकेश कुमार ने संगठन को मजबूत बनाने पर बल अपने-अपने संबोधन में दिया और सरकार की दमनकारी नीतियों पर तीखा विरोध प्रकट किया। समारोह में तारिक अहसन, संगीता मरांडी, सालिक कमर, रबी अहमद, विनीत कुमार, सोनू कुमार और किशोर कुमार समेत काफी संख्या में संगठन से जुड़े अनुकंपाधारी शिक्षक उपस्थित थे।