बिहार सरकार के मंत्री श्रवण कुमार मंगलवार को बिहारशरीफ के सर्किट हाउस पहुंचे. इस दौरान उपेंद्र कुशवाहा के दिए गए बयान ‘मुझे संसदीय बोर्ड की पद दे कर झुनझुना थमाया दिया गया’ है के बयान पर उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया दी. इस बयान पर मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि राजनीतिक में जो पद मिलता है, चाहे वो साधारण कार्यकर्ता का हो, विधायक का हो या राज्यसभा का हो, कोई भी पद मिलता है, वो महत्वपूर्ण पद मिलता है क्योंकि राजनीतिक जीवन जनता की सेवा के लिए मिलता है. जिन्हें लगता है कि यह झुनझुना है, उन्हे सार्वजनिक जीवन से संन्यास ले लेना चाहिए.
उपेंद्र को सार्वजनिक जीवन से ले लेना चाहिए संन्यास
इसके साथ ही मंत्री ने कहा कि उनको इस तरह का बयान नहीं देना चाहिए. उन्हें लगता है कि झुनझुना है तो परित्याग देना चाहिए. जब पद मिला था, तब उन्होंने खुशी जाहिर किया था, जब इतने दिन अवहेलना कर रहे हैं. पद के सारे गुण को समझ गए और इस पद के सारे फायदे उठाया और उसका लाभ उनको मिल चुका है. लाभ मिलने के बाद अब कहते हैं झुनझुना थमा दिया गया. है.
पद देकर थमाया झुनझुना- उपेंद्र कुशवाहा
बता दें कि JDU में आंतरिक घमासान थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. पिछले तीन दिनों में दो बार प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उपेंद्र कुशवाहा ने सीएम नीतीश पर निशाना साधा है. उन्होंने मंगलवार को पटना में PC कर JDU पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. उपेंद्र कुशवाहा ने यहां तक कह दिया की पद देकर उन्हें झुनझुना थमाया गया है. हिस्सेदारी का जिक्र करते हुए कहा कि जिस तरह नीतीश कुमार ने लालू यादव से हिस्सा मांगा था, उसी तरह अब उपेंद्र नीतीश कुमार से हिस्सा मांग रहे हैं.