बिहार में शराब बंदी कानून लागू है, लेकिन फिर भी ये कानून आए दिन टूटता रहता है. कहने को तो आप बिहार में शराब नहीं पी सकते हैं. मगर इस कानून की असल सच्चाई तो तब सामने आ जाती है जब लोग धड़ल्ले से इसका सेवन करते नजर आते हैं और पुलिस बस तमाशा देखते रह जाती है. इसी कारण ना जाने कितने लोगों की जान भी चली जाती है. ताजा मामला एक बार फिर छपरा जिले से है. जहां संदिग्ध अवस्था में 5 लोगों की मौत हो गई है. परिजनों का कहना है कि सभी ने शराब का सेवन किया था. जिसके बाद उनकी मौत हो गई.
घटना इसुआपुर थाना क्षेत्र के डोईला गांव की है. जहां डोईला गांव के 3 और मशरख थाना क्षेत्र के 2 व्यक्तियों की मौत हो चुकी है. इस घटना के बाद देर रात छपरा में अफरा तफरी का माहौल हो गया. हालांकि इस मामले में प्रशासनिक स्तर से कोई बयान सामने नहीं आया है, लेकिन परिजनों ने साफ तौर पर बताया है कि मरने वाले सभी लोग शराब पीने के आदि थे और देर शाम शराब पीकर घर लौटे थे. जिसके बाद उनकी तबियत बिगड़ने लग गई तो सभी को अस्पताल पहुंचाया गया. जहां इलाज के दौरान 5 लोगों की मौत हो गई. हालांकि इस मामले में चिकित्सक कुछ भी खुल कर नहीं बता रहे हैं और प्रशासन ने भी चुप्पी साध रखी है. ये कोई पहली घटना नहीं थी जब छपरा में जहरीली शराब से लोगों की मौत हुई है. इससे पहले भी कई ऐसे मामले सामने आए हैं. इसी साल अगस्त महीने में भी जहरीली शराब के कारण कई लोगों की मौत हुई थी. लगभग 9 लोगों ने अपनी जान गवाई थी और 17 लोगों के आंखों की रौशनी चली गई थी. तब भी प्रशासन ने इस मामले में चुप्पी साध ली थी. जब उंगलिया उठनी शुरू हुई तो कई लोगों की गिरफ्तारी हुई थी, लेकिन सवाल ये है कि छपरा से ही ऐसे मामले क्यों निकलकर सामने आते हैं आखिर तक लोगों की यु ही जान जाती रहगी और प्रशासन तमाशा देखता रहेगा.