देश में कोविड-19 के 34,403 नए मामले, 320 और लोगों की मौत
नयी दिल्ली, 17 सितंबर (भाषा) भारत में एक दिन में कोविड-19 के 34,403 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,33,81,728 हो गई। वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या घट कर 3,39,056 हो गई है, जो कुल मामलों का 1.03 प्रतिशत है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शुक्रवार सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, देश में 320 और लोगों की संक्रमण से मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,44,248 हो गई। मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 97.64 प्रतिशत है। देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या कम होकर 3,39,056 हो गई है। पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में कुल 3,867 कमी आई है।
आंकड़ों के अनुसार, देश में अभी तक कुल 54,92,29,149 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई है, जिनमें से 15,27,420 नमूनों की जांच बृहस्पतिवार को की गई। वहीं, साप्ताहिक संक्रमण दर 1.97 प्रतिशत है, जो पिछले 84 दिन से तीन प्रतिशत से कम है। देश में अभी तक कुल 3,25,60,474 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और कोविड-19 से मृत्यु दर 1.33 प्रतिशत है।
आंकड़ों के अनुसार, देश में अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की कुल 77.24 करोड़ खुराकें दी जा चुकी हैं।
देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए। देश में 19 दिसंबर को ये मामले एक करोड़ के पार, चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे।
मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे में संक्रमण से जिन 320 लोगों की मौत हुई, उनमें से केरल के 178 लोग, महाराष्ट्र के 45 लोग और तमिलनाडु के 25 लोग थे। देश में संक्रमण से अभी तक कुल 4,44,248 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से महाराष्ट्र के 1,38,322 लोग, कर्नाटक के 37,555 लोग, तमिलनाडु के 35,271 लोग, दिल्ली के 25,084 लोग, केरल के 23,165 लोग, उत्तर प्रदेश के 22,886 लोग और पश्चिम बंगाल के 18,620 लोग थे।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है।