
माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने बृहस्पतिवार को बताया कि उनके पुत्र आशीष का कोरोना वायरस के संक्रमण से निधन हो गया।
आशीष येचुरी पेशे से पत्रकार थे और नौ जून को वह 35 साल के होने वाले थे। वह गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में संक्रमण का इलाज करा रहे थे। उनके परिवार से जुड़े करीबी लोगों ने बताया कि दो सप्ताह तक बीमारी से लड़ने के बाद बृहस्पतिवार को सुबह साढ़े पांच बजे आशीष येचुरी ने आखिरी सांस ली।
येचुरी ने ट्विटर पर लिखा, ‘‘भारी दुख के साथ बताना पड़ रहा है कि कोविड-19 से आज सुबह मैंने अपने बड़े बेटे आशीष येचुरी को खो दिया। मैं उन सभी का, डॉक्टरों, नर्सों, अग्रिम मोर्चे के कर्मियों, सफाईकर्मियों का शुक्रगुजार हूं जिन्होंने हमें हिम्मत दी और उनका उपचार किया तथा संकट के समय में हमारे साथ खड़े रहे।’’
माकपा पोलित ब्यूरो ने बयान जारी कर आशीष येचुरी के निधन के बारे में बताया और परिवार के प्रति शोक प्रकट किया।
बयान के अनुसार, ‘‘हमें यह बताते हुए बेहद दुख हो रहा है कि आज सुबह (22 अप्रैल को) सीताराम येचुरी और इंद्राणी मजूमदार के पुत्र आशीष येचुरी का निधन हो गया। कोरोना वायरस के संक्रमण की जटिलताओं के कारण उनका निधन हुआ। वह 35 साल के थे।’’
बयान में कहा गया, ‘‘पोलित ब्यूरो सीताराम और इंद्राणी, उनकी (आशीष की) पत्नी स्वाती, उनकी बहन अखिला और शोकसंतप्त परिवार के अन्य सदस्यों के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट करता है।’’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई नेताओं और अन्य लोगों ने आशीष के निधन पर शोक जताया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘सीताराम येचुरी के पुत्र आशीष के दुखद और असामयिक निधन पर उन्हें और उनके परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं।’’
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने ट्वीट कर येचुरी के बेटे के निधन पर शोक जताया है। थरूर ने ट्वीट किया, ‘‘यह बहुत दुखी करने वाली खबर है। ईश्वर इस अपूरणीय क्षति को सहने की आपको हिम्मत दे। इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं आपके साथ हैं।’’