रायपुर, चार अप्रैल (भाषा) छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर और सुकमा जिले की सीमा पर नक्सलियों के साथ मुठभेड़ के बाद से 18 जवान लापता हैं और उनकी खोज जारी है।
इस मुठभेड़ में पांच जवान शहीद हुए हैं तथा 30 अन्य जवान घायल हुए हैं।
बस्तर क्षेत्र के पुलिस अधिकारियों ने रविवार को यहां बताया कि बीजापुर और सुकमा जिले की सीमा पर जगरगुंडा थाना क्षेत्र के अंतर्गत जोनागुड़ा गांव के पास सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच शनिवार को हुई मुठभेड़ के बाद से 18 जवान लापता हैं और सुरक्षा बलों को उनकी खोज में भेजा गया है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि लापता जवानों से अभी तक संपर्क नहीं हो पाया है।
उन्होंने कहा कि जवानों की सुरक्षा को लेकर अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी, लेकिन उम्मीद है कि जवान सुरक्षित होंगे।
राज्य के नक्सल विरोधी अभियान के पुलिस उप महानिरीक्षक ओपी पाल ने शनिवार को बताया था कि बीजापुर और सुकमा जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में सुरक्षा बल के पांच जवान शहीद हो गए तथा 30 अन्य जवान घायल हुए। उन्होंने कुछ जवानों के लापता होने की जानकारी दी थी।
पाल ने बताया था कि शुक्रवार रात बीजापुर और सुकमा जिले से केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की कोबरा बटालियन, जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और विशेष कार्य बल (एसटीएफ) के संयुक्त दल को नक्सल विरोधी अभियान के लिए रवाना किया गया था।
इस अभियान में बीजापुर जिले के तर्रेम, उसूर और पामेड़ तथा सुकमा जिले के मिनपा और नरसापुरम के लगभग दो हजार जवान शामिल थे।
पुलिस अधिकारी ने बताया था कि शनिवार दोपहर लगभग 12 बजे जोनागुड़ा गांव के पास नक्सलियों की पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (पीएलजीए) बटालियन और तर्रेम के सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ हुई थी। मुठभेड़ तीन घंटे से अधिक समय तक चली।
पाल ने बताया था कि मुठभेड़ में कोबरा बटालियन का एक जवान, बस्तरिया बटालियन के दो जवान तथा डीआरजी के दो जवान (कुल पांच जवान) शहीद हो गए। इस दौरान 30 जवान घायल हुए हैं। घायल जवानों में से सात जवानों को रायपुर के अस्पताल में तथा 23 जवानों को बीजापुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस अधिकारी ने बताया था कि सुरक्षा बलों ने घटनास्थल से एक महिला नक्सली का शव बरामद किया है। मुठभेड़ में नक्सलियों को भी काफी नुकसान होने की खबर है।