सेंटर फॉर मोनिटिरिंग इंडियन इकॉनमी के रिपोर्ट के अनुसार महामारी से उबरे संकट के बीच, भारत की बेरोज़गारी दर जो कोरोना महामारी शुरू होने से पहले मार्च के मध्य तक 7 प्रतिशत थी अब वो दर मई के पहले हफ्ते के अंत तक 27.11 प्रतिशत पहुंच गयी है।
इस रिपोर्ट में कहा गया है की बेरोज़गारी दर सबसे ज्यादा भारत के शहरी क्षेत्रों में है जिसका आंकड़ा 29.22 प्रतिशत है और वही ग्रामीण क्षेत्रों में बेरोज़गारी दर 26.69 प्रतिशत है।
विश्लेषकों ने बेरोज़गारी दर में उछाल के संभावनाओं का अनुमान प्रधानमंत्री द्वारा किए गए 25 मार्च से देश व्यापी लॉक डाउन के समय ही लगाया था। केंद्र सरकार ने अब तक कोरोना वायरस से हुए नुकसान एवं उन लोगो के लिए जिनकी रोज़ी रोटी हर एक दिन के कार्य पर टिकती है, उनके लिए 1.70 लाख रुपये के पैकेज की घोषणा कर चुकी है जिससे उन्हें मदद पहुंचाई जाएगी एवं सरकार अब दुसरे चरण के पैकेज पर विचार कर रही है।
इससे पहले संयुक्त राज्य अमेरिका में भी बेरोज़गारी दर में सबसे ज्यादा उछाल देखा गया है जहाँ लगभग अबतक 26 मिलियन नागरिको ने बेरोज़गारी भत्ते के लिए अपने आप को पंजीकृत करवाया है।
सेंटर फॉर मोनिटिरिंग इंडियन इकॉनमी के अनुसार मार्च में बेरोज़गारी दर 8.74 प्रतिशत था जो अप्रैल महीने में 23.52 प्रतिशत पहुंच गया। अप्रैल के अंत तक भारत के पुडुचेरी राज्य में सबसे ज्यादा बेरोज़गारी दर देखने को मिला जिसका आंकड़ा 75.8 प्रतिशत था, इसी के साथ साथ तमिलनाडु में 49.8 प्रतिशत, झारखण्ड में 47.1 प्रतिशत और बिहार में बेरोज़गारी दर 46.6 प्रतिशत था।