संयुक्त राज्य अमेरिका इससे पहले पिछले हफ्ते ही विश्व स्वास्थ्य संगठन पर कोविद-19 से उपजे संकट के बद इन्तजामी का आरोप लगा चूका है
संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा विश्व स्वास्थ्य संगठन के निधिकरण रोकने के फैसले के बाद, बुधवार को चीन ने विश्व स्वास्थ्य संगठन को कोरोना महामारी से लड़ने में मदद करने के लिए $30 मिलियन डॉलर देने की घोसणा की है। इससे पहले भी चीन विश्व स्वास्थ्य संगठन को $20 मिलियन डॉलर दे चुका है।
चीन विदेश मंत्रालय के मंत्री, गेंग शॉन ने ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा, “चीन की सरकार ने विश्व स्वास्थ्य संगठन को $20 मिलियन के अतिरिक्त $30 मिलियन देने का फैसला लिया है जिससे विश्व स्वास्थ्य संगठन कोरोना महामारी से लड़ने में मदद मिल सकेगी और वो विकासशील देश के स्वास्थ्य प्रणाली को मजबूत करने में सहायता कर सकेगा।”
गेंग शॉन ने अपने बयान में आगे जोड़ते हुए कहा की चीन के संयुक्त राष्ट्र के संस्थान को दी जाने वाली मदद, चीनी सरकार और विश्व स्वास्थ्य संगठन के लोगो के बीच विश्वास को दर्शाता है।
इससे पहले पिछले हफ्ते ही संयुक्त राज्य अमेरिका जो विश्व स्वास्थ्य संगठन को दिए जाने वाले निधिकरण का सबसे बड़ा हिस्सेदार है, ने संगठन पर आरोप लगते हुए कहा था की विश्व स्वास्थ्य संगठन चीन से निकले कोविद-19 महामारी पर लीपापोती कर रहा है।
डोनाल्ड ट्रम्प ने अपने अभिभाषण में कहा था, चीन के $40 मिलियन या उससे भी कम के मुकाबले संयुक्त राज्य अमेरिका के करदाता विश्व स्वास्थ्य संगठन को हर साल $400 मिलियन से $500 मिलियन डॉलर देते है।