
कोरोना वायरस के कारण खेल गतिविधियां ठप्प होने के बीच अखिल भारतीय टेनिस महासंघ (एआईटीए) घरेलू सर्किट जुलाई में शुरू कर सकता है और इसके लिए वह धन जारी करने की मांग करेगा। कोरोना वायरस के कारण देशभर में लागू लॉकडाउन की वजह से खेल गतिविधियां ठप्प पड़ी हुई हैं और इससे दुनियाभर में एटीपी और अंतरराष्ट्रीय टेनिस महासंघ (आईटीएफ) के टूर्नामेंट स्थगित या रद्द पड़े हैं।
एआईटीए के महासचिव हिरण्मय चटर्जी ने शनिवार को जारी बयान में कहा कि उन्हें उम्मीद है कि अगले दो महीनों में लॉकडाउन पूरी तरह खत्म हो जाएगा और यात्रा प्रतिबंध में भी ढील दी जाएगी। ऐसे में महासंघ जुलाई में घरेलू सर्किट लॉन्च करने की योजना कर रहा है।
कोरोना वायरस के कारण खिलाड़ियों की आजीविका के साथ-साथ उनके संपूर्ण प्रशिक्षण और तैयारियों पर प्रभाव पड़ा है, ऐसे में इस सर्किट का उद्देश्य खिलाड़ियों को बिना किसी आर्थिक बोझ के फिट रहने और मैचों के लिए तैयार करना है।
एआईटीए ने सभी आयु वर्ग के टूर्नामेंट शुरु करने का प्रस्ताव दिया है। यात्रा पर प्रतिबंध के कारण फिलहाल इसे राज्य स्तर के टूर्नामेंट तक ही सीमित रखा जाएगा, लेकिन यात्रा प्रतिबंध हटने और सामाजिक दूरी में ढील के बाद सितंबर, अक्टूबर और नवंबर में इसे जोनल और राष्ट्रीय टूर्नामेंटों के तौर पर कराया जाएगा।
एआईटीए घरेलू सर्किट के लिए बड़ा कोष तैयार करने की योजना बना रहा है। एआईटीए भारत सरकार औऱ खेल मंत्रालय से भी संपर्क कर रहा है ताकि वे 2019-20 के लिए जारी एसीटीसी बजट के अप्रयुक्त हिस्से का उपयोग करने की अनुमति दे सके जो टूर्नामेंट और विदेशी एक्सपोजर के लिए इस वर्ष सितंबर तक के लिए जारी किया गया था।
एआईटीए इस संबंध में कॉरपोरेट जगत से भी संपर्क करेगा और उनसे इस कोष में योगदान देने का आग्रह करेगा ताकि इसका इस्तेमाल प्रो और आईटीएफ सर्किट बंद रहने के दौरान आगामी महीनों में भारतीय खिलाड़ियों के लिए टूर्नामेंट और प्रतियोगिता मौके उपलब्ध कराने के लिए किया जा सके।
Source :-Hindustan