रिपोर्ट–;, गोपाल कुमार झा; सुपौल
बटेदार किसानों का फसल मक्कई को पदाधिकारी ने किया बरवाद
बिना सीमांकन किये अधिगृहित जमीन में लगी मकई की फसल को प्रसासन के द्वारा जबरन काट कर गिरबा दिए जाने का मामला सामने आया है।
ये मामला सदर थाना क्षेत्र के बकौर गाँव का है बताया गया है कि भारत माला परियोजना के लिए इस गाँव मे जमीन का अधिग्रहण किया गया जिस जमीन से होकर सड़क बनाई जाएगी।इसके लिए रैयतों का मुआवजे का भुगतान भी कर दिया गया ,लेकिन रैयत का आरोप है कि जमीन अधिग्रहण के बाबजूद उक्त जमीन का अभी तक सीमांकन नहीं किया गया जिसके चलते किसान अपने जमीनों में पहले ही मकई की बोआई कर दिया था ,चूंकि उस अधिगृहित जमीन के प्लाट में किसानों को यह पता नही चल सका कि जमीन जिसे अधिगृहित किया गया है उसका सीमा क्या और कहां है। लिहाजा किसान अपने पूरी जमीन में फसल की बोआई कर दी। सीमांकन कराने को लेकर किसानों ने जुलाई माह में भी डीएम से शिकायत की थी जिसके बाद समुचित अस्वासन दिया गया था बाबजूद सीमांकन नही किया गया ।इधर किसान अपने खेतों में मकई की बोआई कर दिया जो अब कुछ ही दिनों में तैयार होने की स्थिति में जाने की संभावना थी लेकिन इसी बीच प्रसासन की टीम वहां पहुची और सीमांकन करा कर खेत मे लगे मकई की फसल को कटवाकर जमीन पर गिरा दिया जिससे किसान आक्रोशित हैं और मुआवजे की मांग कर रहे हैं। सबसे दुखद स्थिति उन बटाईदारों की है जिसने रैयत से जमीन बटाई पर लेकर मकई की खेती की थी लेकिन प्रसासन ने उसके खेत मे खड़ी फसल को काटकर जमींन जोत करवा दिया जिससे वो लोग भी हलकान हैं। हालांकि किसानों के फसल क्षति को लेकर एसडीओ ने कहा कि इसके लिए उच्चाधिकारी को अवगत कराया जाएगा ताकि किसानों को क्षति का मुवावजा मिल सके।
बाइट –अनिता देवी,महिला किसान।
बाइट –जगनन्दन यादव,बटाईदार।
बाइट–मोहम्मद निशारुल,बटाईदार,
बाइट–कृष्णकांत झा,भूस्वामी,
बाइट –कयूम अंसारी,एसडीओ,सुपौल,